किसी देखी, सुनी या बीती हुई बात का मन में ध्यान रहने या फिर से याद आने की क्रिया या भाव:"मुझे स्मरण नहीं कि मैंने आपको पहले कहाँ देखा था" पर्याय: स्मरण, अनुबाधन, स्मर,
अंतःकरण या मन की वह वृति या शक्ति जो उसे किसी चीज या बात का बोध कराती, उसमें कोई धारणा उत्पन्न करती अथवा कोई स्मृति जाग्रत करती है:"मैंने उन्हें एक बार देखा तो है पर उनकी आकृति अभी ध्यान में नहीं आ रही है" पर्याय: ध्यान, ख़याल, खयाल, ख़्याल, ख्याल, स्मृति, सुध, सुधि, तसव्वुर, तसव्वर, तसौवर, नज़र, नजर,