On seeing this , whereas the Brahmin priest ran away in fear , Kannappa wholeheartedly gave both his eyes to God . यह देखकर ब्राह्मण पुरोहित तो भयभीत होकर भाग निकला , कनप्पा ने मगर श्रद्धा से अपनी दोनों आंखें निकालकर शिव को अर्पित कर दीं .
2.
She gave herself to him wholeheartedly , with a modesty unspoiled by shame ; her body was aflame in his embrace . उसने सहर्ष अपने को समर्पित कर दिया था , विनय के संग ; किन्तु ऐसा विनय जो लज्जा से कुंठित नहीं होता । उसकी देहे धधक रही थी उसके आलिंगन में ।