| 1. | अकृतक त्रैलोक्य अर्थात जो नश्वर नहीं है अनश्वर है।
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| 2. | जन, तप और सत्य लोक-तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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| 3. | जन, तप और सत्य लोक-तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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| 4. | ये तीन लोक हैं-(1) कृतक त्रैलोक्य (2) महर्लोक, (3) अकृतक त्रैलोक्य।
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| 5. | अकृतक त्रैलोक्य · → महर्लोक · जनलोक · तपलोक · सत्यलोक ·
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| 6. | उसके भी ऊपर जन, तप और सत्य लोक तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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| 7. | उसके भी ऊपर जन, तप और सत्य लोक तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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| 8. | कृतक के बाद जन, तप और सत्य नामक तीन लोक होते हैं जिन्हें अकृतक लोक कहते हैं।
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| 9. | हिन्दू धर्म में विष्णु पुराण के अनुसार जन, तप और सत्य लोक-तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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| 10. | (3) अकृतक त्रैलोक्य-कृतक और महर्लोंक के बाद जन, तप और सत्य लोक तीनों अकृतक लोक कहलाते हैं।
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