दीर्घगामी कुप्रभाव स्तन में सूजन बने रहना, दर्द, तन्तुमयता (fibrosis) और त्वचा में अतिवर्णकता (hyperpigmentation) हैं।
2.
पोमेरेनियनों को अक्सर “काली त्वचा की बीमारी” हो जाती है जो गंजापन (बालों के झड़ने) और अतिवर्णकता (त्वचा का अस्वाभाविक रूप से काला हो जाना) का संयोजन है.
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पोमेरेनियनों को अक्सर “काली त्वचा की बीमारी” हो जाती है जो गंजापन (बालों के झड़ने) और अतिवर्णकता (त्वचा का अस्वाभाविक रूप से काला हो जाना) का संयोजन है.