संज्ञा
| कुछ विशिष्ट प्रकार के फलों, रसों, अन्नों आदि को सड़ाकर उनका भभके से खींचकर निकाला जाने वाला नशीला रस:"वह प्रतिदिन शाम को शराब पीकर घर लौटता है" पर्याय: शराब, मदिरा, मद्य, दारू, सुरा, मधु, हाला, अपाटव, अब्धिजा, मधुल, सुप्रतिभा, अमृता, मदनी, वरा, मालिका, मेधावी, अलि, परिप्लुता, कामिनी, शुंडा, शुण्डा, धीमोदिनी, इरा, वरुणात्मजा, संधान, मनोज्ञा, गंधमादनी, गन्धमादिनी, गंधमादिनी, गन्धमादनी,
| | एक पौधा जिसकी जड़ दवा के उपयोग में आती है:"वैद्यजी औषध बनाने के लिए कुटकी उखाड़ रहे हैं" पर्याय: कुटकी, वकुला, अरिष्टिका, शतपर्वा, प्रियंगु, प्रियङ्गु, प्रियंगू, प्रियङ्गू,
| | दक्ष की एक कन्या:"अरिष्टा का विवाह कश्यप से हुआ था"
| | एक जड़ी-बूटी:"नागबला पुरुष की कामशक्ति को बढ़ाती है" पर्याय: नागबला, गुलशकरी, गुलसकरी, गँगेरन, झषा, सर्पदंडी, सर्पदण्डी, विश्वदेवा,
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