संज्ञा
| एक लाल पदार्थ जिसे कुछ विशिष्ट वृक्षों की टहनियों पर लाल रंग के कुछ छोटे कीड़े बनाते हैं:"दुर्योधन ने पांडवों को जला डालने के लिए लाख का घर बनवाया था" पर्याय: लाख, लाह, लाक्षा, लाक्ष, रंगमाता, रङ्गमाता, रंगमातृका, रङ्गमातृका, कृमिजा, पलंकषा, पलंकषी, ह्रीकु, मुचक, अरक्त, अलक्त, अलक्तक, जंतुका, जन्तुका, पित्तारि, रंगजननी, रक्ता, गंधमादनी, गंधमादिनी, गन्धमादिनी,
| | कुछ विशिष्ट प्रकार के फलों, रसों, अन्नों आदि को सड़ाकर उनका भभके से खींचकर निकाला जाने वाला नशीला रस:"वह प्रतिदिन शाम को शराब पीकर घर लौटता है" पर्याय: शराब, मदिरा, मद्य, दारू, सुरा, मधु, हाला, अपाटव, अब्धिजा, मधुल, सुप्रतिभा, अमृता, अरिष्टा, मदनी, वरा, मालिका, मेधावी, अलि, परिप्लुता, कामिनी, शुंडा, शुण्डा, धीमोदिनी, इरा, वरुणात्मजा, संधान, मनोज्ञा, गंधमादनी, गन्धमादिनी, गंधमादिनी,
|
|