तिल्ली, अरोचकता, खाँसी-जुकाम से स्वस्थ कर देता है उबलता गरम पानी।
2.
काम की एकरसता, आकर्षणहीनता, उबाऊपन और अरोचकता बढ़ने के अनुपात में मज़दूरी घटती है।
3.
कहीं-कहीं चारण परम्परा की भाँति संयुक्ताक्षर एवं वर्णदित्व शैली का बढंगा सा प्रयोग भाषा प्रवाह में अरोचकता एवं कथाप्रवाह में व्यवधान सा उपस्थित कर देता है।
4.
उपर्युक्त उदाहरण मेंकवि ने वर्णों का केसा अस्वाभाविक मूल उपस्थित किया है कि अर्थ का अभाव तो हो ही गया, कथा प्रवाह एवं भाषा प्रवाह में भी शिथिलता एवं अरोचकता आ गई है।