ज्ञात हो मानकी मुंडाओं को हुकूकनामा जारी होता है, जिसमे उसके अविनिमय अधिकारों का जिक्र है.
2.
उपरोक्त मुद्दों पर अलग मांग की वकालत करने वाले राजनितिक स्वार्थ के लोग शायद संविधान और आदिवासिओं के जमीन एबं प्राकृतिक संसाधनों पर उनके अविनिमय आधिकारों से रूबरू नही रखते।