१९८३ में, टावर के दूसरे और तीसरे स्तरों के बीच एक नया उद्वाहक संस्थापित किया गया।
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तप और कर्म ही वर पक्ष और कन्या पक्ष वाले थे, यही बराती थे और उद्वाहक स्वयं ब्रह्म था।
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1 । तप और कर्म ही वर पक्ष और कन्या पक्ष वाले थे, यही बराती थे और उद्वाहक स्वयं ब्रह्म था।
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1 । तप और कर्म ही वर पक्ष और कन्या पक्ष वाले थे, यही बराती थे और उद्वाहक स्वयं ब्रह्म था।
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तीसरे स्तर के उद्वाहक को बदला गया, और साथ ही पुरानी घुमावदार सीढ़ी को भी, जिसके बदले एक नई सीधी पंक्तियों वाली सीढ़ी लगाई गई।
6.
उससे पहले सृष्टि न होने से वर पक्ष कौन हुआ और कन्या पक्ष कौन हुआ? कन्या के चरण कराने वाले बराती कौन थे और उद्वाहक कौन था? ।
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उससे पहले सृष्टि न होने से वर पक्ष कौन हुआ और कन्या पक्ष कौन हुआ? कन्या के चरण कराने वाले बराती कौन थे और उद्वाहक कौन था? ।
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उससे पहले सृष्टि न होने से वर पक्ष कौन हुआ और कन्या पक्ष कौन हुआ? कन्या के चरण कराने वाले बराती कौन थे और उद्वाहक कौन था? ।
परिभाषा
किसी इमारत में व्यक्ति, सामान आदि को एक महले से दूसरे महले पर ले जाने वाला यंत्र :"हमलोग उद्वाहक से चौथी मंजिल पर गए" पर्याय: उद्वहन, उद्वहन_यंत्र, लिफ्ट,