शिशिर की कँपन का अभी अंत नहीं हुआ है किन्तु तिथि तो कह रही है वसन्त आ गया है।
4.
शिशिर की कँपन का अभी अंत नहीं हुआ है किन्तु तिथि तो कह रही है वसन्त आ गया है।
5.
उसके सामने मेज़ पर अपने हाथों में सिर छुपा करके एक और युवक बैठा था जिसके हाथ में कँपन हो रहा था.
6.
उसके सामने मेज़ पर अपने हाथों में सिर छुपा करके एक और युवक बैठा था जिसके हाथ में कँपन हो रहा था.
7.
अब उसने एक हाथ से मुझको जोर से पकड़ लिया और मैने देखा कि उसका कँपन बढ़ता ही जा रहा है तो मैं उसको अपने सीने से चिपटा लिया।
8.
थोड़े से और तंग फ़िरोज़ी रंग की चमड़े की पौशाक पहने जिससे उनका वक्ष बाहर झाँक रहा था, उन्होंने खूब कूल्हे मटका कर और शरीर के निचले भाग को थर थर कँपन के साथ हिला कर नृत्य किया जो नृत्य कम लग रहा था और लोगों को सेक्स का खुला प्रदर्शन अधिक लग रहा था.
9.
बिहग-बाल के नरम परों में बन कँपन बसता मैं, उरोभार सा अंग अंग पर मुग्धा के हँसता मैं, मदिरालय में मँदिर नशा बन प्याले में ढल जाता, बन अनंग-अंजन अलसाई आँकों में अंजता मैं, स्वप्न नयन में, सिरहन तन में, मस्ती मन में बनकर, अमर बनाता एक क्षुद्र क्षण मैं इस लघु जीवन का।