संज्ञा
| / रक्त की उत्पत्ति शरीर की अग्नि या ताप से मानी गई है" पर्याय: खून, रक्त, ख़ून, रुधिर, लहू, लोहू, लोह, शोणित, अश्र, रसभव, वृजिन, असृक्, अस्र, आग्नेय, आत्मज, आत्मजात, आस्र, ब्लड,
| | नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है:"जल ही जीवन का आधार है" पर्याय: जल, पानी, नीर, अंबु, अम्बु, पय, वारि, आब, तोय, सलिल, पुष्कर, अंभ, अपक, उदक, उदक्, धरुण, तपोजा, रेतस्, अर्ण, वाज, ऋत, शवल, शवर, सवल, सवर, नलिन, घनरस, घनसार, दहनाराति, अस्र, अंध, अन्ध, अक्षित, शबर, वसु, तामर, इरा, नीवर, योनि, नार, कांड, काण्ड,
| | धर्मग्रंथों में वर्णित वह तरल पदार्थ जिसे पीने से जीव अमर हो जाता है:"समुद्र मंथन के समय निकले अमृत को लेकर देव और असुर आपस में लड़ने लगे" पर्याय: अमृत, अमिय, सुधा, पीयूष, पेयूष, समुद्र नवनीतक, मधु, अमी, त्रिदशाहार, रेत्र, अमृतक, श्रीबंधु, श्रीबन्धु, भक्तजा, इम्रित, हिरण्य,
| | चार पैरों से चलने वाला दुमदार जंतु:"गाय एक पालतू पशु है" पर्याय: पशु, चौपाया, चौआ, जानवर, हैवान,
| | मधुमक्खियों द्वारा फूलों से संग्रह करके छत्ते में संचित शीरे की तरह की मीठी वस्तु:"मधु बहुत ही गुणकारी होती है" पर्याय: मधु, शहद, अर्घ, अरघ, मखीर, पित्र्य, उच्छिष्ट, उछिष्ट,
| | देवताओं का एक पेय पदार्थ जिसका वर्णन पुराणों में मिलता है:"कीलाल को अमृत के समान माना गया है"
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