संज्ञा
| वह व्यक्ति जो सबके साथ अच्छा,प्रिय और उचित व्यवहार करता है:"सज्जनों का आदर करो" पर्याय: सज्जन, भला आदमी, शरीफ, शरीफ़ व्यक्ति, सुजन, साहु, सत्पुरुष, सयण,
| | नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है:"जल ही जीवन का आधार है" पर्याय: जल, पानी, नीर, अंबु, अम्बु, पय, वारि, आब, तोय, सलिल, पुष्कर, अंभ, अपक, उदक, उदक्, धरुण, तपोजा, रेतस्, अर्ण, वाज, ऋत, शवल, शवर, सवल, सवर, नलिन, घनरस, घनसार, दहनाराति, अस्र, अंध, अन्ध, अक्षित, शबर, कीलाल, तामर, इरा, नीवर, योनि, नार, कांड, काण्ड,
| | जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप:"आग में उसकी झोपड़ी जलकर राख हो गई" पर्याय: आग, अग्नि, पावक, हुतासन, अनल, अगन, अगिया, अगिन, अगनी, अगिर, दाहक, आतश, आतिश, अनिलसखा, विंगेश, दाढ़ा, वह्नि, ध्वांतशत्रु, ध्वान्तशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्ताराति, पशुपति, वैश्वानर, अमिताशन, धरुण, विश्वप्स, पवन-वाहन, जगन्नु, सोमगोपा, शिखि, शिखी, वृष्णि, शुक्र, शुचि, तनूनपात्, तनूनपाद्, अय, तपुर्जम्भ, तपुर्जंभ, तपु, तमोहपह, तमोनुद, अर्क, बाहुल, जल्ह, चित्रभानु, कालकवि, अर्दनि, बहनी, नीलपृष्ठ, मलिनमुख, द्यु, अशिर, आगी, आगि, परिजन्मा, अगिआ, आज्यमुक, आशर, वर्हा, वसुनीथ, हेमकेली, आशुशुक्षणि, पर्परीक, लघुलय, आश्रयास, यविष्ठ, राजन्य, हृषु, बरही, भारत,
| | / चैतन्य महापुरुष के शरीर से स्वर्ण जैसी आभा निकलती थी" पर्याय: सोना, स्वर्ण, कंचन, हेम, कनक, सुवरन, कांचन, सुवर्ण, कञ्चन, काञ्चन, अभ्र, हिरण्य, वरवर्ण, शातकुंभ, शातकुम्भ, शातकौंभ, शातकौम्भ, शुक्र, त्रिनेत्र, चामीकर, पुरुद, ज़र, वर्णि, अर्ह, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, श्रीमत्कुंभ, श्रीमत्कुम्भ, रसविरोधक, रंजन, रञ्जन, मनोहर, शतकुंभ, शतकुम्भ, हाटक, शतकौंभ, शतकौंभक, शतकौम्भ, शतकौम्भक, शतखंड, शतखण्ड, भद्र, अश्मकर, अष्टापद, मरुत्, दत्र, आग्नेय, गारुड़, तामरस, तार्क्ष्य, गोल्ड, अग्नि,
| | एक बड़ा सदाबहार वृक्ष जिसमें छोटे सुगंधित फूल लगते हैं:"वह मौलसिरी पर चढ़कर फूल तोड़ रहा है" पर्याय: मौलसिरी, मौलश्री, बौलसिरी, बकुल, बकुली, वकुल, वकुली, मौरिसिरी, मुलसरी, धंवी, धन्वी, सीधुगंध, सीधुगन्ध, सीधुपुष्प, सीधुसंज्ञ, मद्यमोद, शारद, शीधुगंध, शीधुगन्ध, सिंधुपुष्प, सिन्धुपुष्प, सिंहकेशर, सिंहकेसर, मदनक, विशारद, चिरपुष्प,
| | एक पेड़:"अगति में सुन्दर फूल और फलियाँ लगी हैं" पर्याय: अगति, अगस्त्य, अगती, अगस्त, दीर्घफलक, सुपूरक, वक, वकुल, काकशीर्ष, वक्रपुष्प, शीघ्रपुष्प, वृक, शिवेष्ट, शिवशेखर, शिवांक, मुनिभेषज, शुकपुष्प, व्रणारि, सुनालक, पितृप्रिय, वसूक,
| | एक प्रकार के वैदिक देवता:"वेदों में वसुओं की संख्या आठ बताई गई है" पर्याय: सावित्र, आदित्य,
| | एक सदाबहार वृक्ष का फूल :"मौलसिरी की सुगंध तीव्र होती है" पर्याय: मौलसिरी, मौलश्री, बौलसिरी, बकुल, बकुली, वकुल, वकुली, मौरिसिरी, मुलसरी, धंवी, धन्वी, सीधुगंध, सीधुगन्ध, सीधुपुष्प, मद्यमोद, सीधुसंज्ञ, शारद, शीधुगंध, शीधुगन्ध, सिंधुपुष्प, सिन्धुपुष्प, सिंहकेशर, सिंहकेसर, मदनक, चिरपुष्प,
| | दक्ष प्रजापति की एक कन्या:"वसु का वर्णन पुराणों में मिलता है"
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