यन्त्रवत जीवन जन धन मन, युगान्तर सीमित निकट चित्तभ्रम कलि का सम्मोहन,वशीकरण बन,
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यन्त्रवत जीवन जन धन मन, युगान्तर सीमित निकट चित्तभ्रम कलि का सम्मोहन,वशीकरण बन,
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इसके अलावा शराब का नशा करने वाले व्यक्ति, अधिक क्रोध, निराशा, कार्य का पूरा न होना, मन की इच्छा पूरी न होना, प्यार में धोखा और अधिक सोचना आदि कारणों से चित्तभ्रम होता है।
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हमेशा नकारात्मक भाव प्रकट करना, घर-गृहस्थी और बच्चों के प्रति उदासी, आत्महत्या करने की इच्छा करना, जीवन के प्रति उदास हो जाना, संसार की कोई भी चीज अच्छी न लगना, हंसते-हंसते चुप होकर सोचने लग जाना, अकेले रहना, गहरी सांस छोड़ना, चुपचाप रहना आदि चित्तभ्रम रोग के लक्षण हैं।