संज्ञा
| मजबूर होने की अवस्था या भाव:"कभी-कभी मज़बूरी में लोग गलत काम भी कर जाते हैं" पर्याय: मजबूरी, मज़बूरी, लाचारी, लाचारगी, विवशता, बेबसी, लचारी, अनीशत्व, जिच, जिच्च, ज़िच्च, वैवश्य, बाध्यता,
| | शतरंज के खेल में वह अवस्था जब शाह को चलने या अर्दब में कोई और मोहरा चलने की जगह न हो :"जिच के कारण उन्हें खेल बंद करना पड़ा" पर्याय: जिच, जिच्च, ज़िच्च,
| | पारस्परिक विवाद में वह अवस्था जब दोनों पक्ष अपनी बातों पर अड़े रहें और समझौते या निपटारे का कोई मार्ग न दीख पड़े :"किसी एक के झुके बिना तो जिच समाप्त नहीं होगी" पर्याय: जिच, जिच्च, ज़िच्च,
|
|