तीसरा यह हमें उन द्रव्यों के औषधीय गुण, कर्म के बारे में बताता है जो वनस्पति, प्राणिज, जान्तव, धात्विक या अन्य स्वरूप में प्रकृति में पाये जाते है ।
2.
कभी-कभी कोई ऐसा अनिष्टकारी समय होता है जिसमें प्राणिज, खनिज अथवा जान्तव किसी भी प्रकार के विष प्रयुक्त होने पर वह रोगी के लिये मृत्युकारक अथवा मरणासन्न स्थिति उत्पन्न करने वाला होता है।
3.
कभी-कभी कोई ऐसा अनिष्टकारी समय होता है जिसमें प्राणिज, खनिज अथवा जान्तव किसी भी प्रकार के विष प्रयुक्त होने पर वह रोगी के लिये मृत्युकारक अथवा मरणासन्न स्थिति उत्पन्न करने वाला होता है।
4.
कभी-कभी कोई ऐसा अनिष्टकारी समय होता है जिसमें प्राणिज, खनिज अथवा जान्तव किसी भी प्रकार के विष प्रयुक्त होने पर वह रोगी के लिये मृत्युकारक अथवा मरणासन्न स्थिति उत्पन्न करने वाला होता है।
परिभाषा
जीवित प्राणियों से संबंधित:"शरीर द्वारा जांतव प्रोटीन का अवशोषण पूरी तरह से होता है" पर्याय: जांतव,
जन्तुओं से मिलने वाला या प्राप्त:"चमड़े, हड्डियाँ आदि जांतव उत्पाद हैं" पर्याय: जांतव,