यद्यपि ये भिन्न भिन्न स्थानों से निकलती हैं, तथापि इनकी एक ही कंडरा बनती है, जो जान्विका (
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की ऊर्ध्वधारा पर लगकर, एक वितान के रूप में फैलकर, जान्विका को ढक लेती है जो अंतर्जधिका (
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यद्यपि ये भिन्न भिन्न स्थानों से निकलती हैं, तथापि इनकी एक ही कंडरा बनती है, जो जान्विका (patella) की ऊर्ध्वधारा पर लगकर, एक वितान के रूप में फैलकर, जान्विका को ढक लेती है जो अंतर्जधिका (tibia) के गंडक (tuberosity) तक फैला हुआ है।
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यद्यपि ये भिन्न भिन्न स्थानों से निकलती हैं, तथापि इनकी एक ही कंडरा बनती है, जो जान्विका (patella) की ऊर्ध्वधारा पर लगकर, एक वितान के रूप में फैलकर, जान्विका को ढक लेती है जो अंतर्जधिका (tibia) के गंडक (tuberosity) तक फैला हुआ है।