धीरे-धीरे यह तन्त्रवाद ज़ोर पकड़ता गया और वैदिक धर्म का रूप विकृत होता गया।
4.
धीरे-धीरे यह तन्त्रवाद ज़ोर पकड़ता गया और वैदिक धर्म का रूप विकृत होता गया।
5.
भारत में, लिंगपूजा और उसके तन्त्रवाद से संयुक्त होने की प्राचीनता के यथोचित ऐतिहासिक प्रमाण मिलते हैं वस्तुत:
6.
अधिकाशं मिन्दरों के भित्ति चित्र तन्त्रवाद से अनुप्राणित होने के नाते विशेष रूप से लिंग विषयक हो गये हैं।
7.
अधिकाशं मिन्दरों के भित्ति चित्र तन्त्रवाद से अनुप्राणित होने के नाते विशेष रूप से लिंग विषयक हो गये हैं।
8.
हज़रत ईसा के जन्मकाल के पहले से ही लिंग पूजा के ` तन्त्रवाद ' ' से भी संयुक्त हो जाने के समुचित प्रमाण मिलते हैं।
9.
भारत में, लिंगपूजा और उसके तन्त्रवाद से संयुक्त होने की प्राचीनता के यथोचित ऐतिहासिक प्रमाण मिलते हैं वस्तुत: सिन्धु घाटी की सभ्यता से लेकर आज तक लिंग पूजा के सम्यक ऐतिहासिक प्रमाण विभिन्न संग्रहालयों में सुरक्षित हैं।