संज्ञा
| खारे पानी की वह विशाल राशि जो चारों ओर से पृथ्वी के स्थल भाग से घिरी हुई हो:"समुद्र रत्नों की खान है" पर्याय: समुद्र, सागर, सिंधु, सिन्धु, अंबुधि, अम्बुधि, उदधि, पयोधि, तोयनिधि, पयोनिधि, वारिधि, जलधि, जलनिधि, अब्धि, समुन्दर, समुंदर, समन्दर, समंदर, रत्नाकर, तिमिकोश, वारिनिधि, अपांनाथ, अपांनिधि, अपांपति, जलपति, वारींद्र, वारीन्द्र, वारिराशि, वारीश, पाथोधि, मगरधर, अबिंधन, अबिन्धन, नदीश, नदीपति, नदीकान्त, नदराज, नदीन, तोयधि, नदीभल्लातक, झषनिकेत, तोयराज, तोयराशि, पाथोनिधि, अमीनिधि, पाथि, शुद्धोद, पयोधर, तीवर, तरंत, तरन्त, जलेश, जलेश्वर, अर्णव, अवधिमान, अवारपार, रत्नगर्भ, लक्ष्मी-तात, तोयालय, अविष, परांगव, मकरांक, मकरध्वज, मकरालय, मकरावास, यादईश, पाथनाथ, पाथनिधि, वरुणालय, वरुणवास, अधिरथी, यादःपति, वरुणोद, सलिलपति, सलिलराज, सुदामा, सुदाम, सुदामन,
| | छह से बारह फुट ऊँचा एक सदाबहार पौधा जिसमें अरहर के समान पाँच-पाँच पत्तियाँ होती हैं और इसके पूरे शरीर पर छोटे-छोटे रोम पाए जाते हैं:"निर्गुडी की जड़ और पत्तियाँ औषध के रूप में प्रयुक्त होती हैं" पर्याय: निर्गुडी, निर्गुंडी, निर्गुण्डी, निर्गुठी, निर्गुंठी, निर्गुण्ठी, शेफालिका, शेफाली, शेफालि, रंगलासिनी, रङ्गलासिनी, सिंदुवार, सिन्दुवार, निशाहसा, निशिपुष्पिका, निशिपुष्पी, निशिपुष्पा, श्वेतपुष्प, श्वेतराजी, शीतमंजरी, शीतमञ्जरी, शीतसहा, शितनिर्गुंडी, शितनिर्गुण्डी, शुक्लांगा, शुक्लांगी, मसिका, सिंधुक, सिन्धुक, सिंधुराव, सिन्धुराव, सिंधुवार, सिन्धुवार, सिंधुसहा, सिन्धुसहा, नदीकान्त, रक्तवृंता, रक्तवृन्ता, सिंभालू, वातारि,
| | एक सदाबहार पेड़ का फल:"समुद्रफल दवा के रूप में काम आते हैं" पर्याय: समुद्रफल, समुद्र-फल, समुद्र फल, समुंदरफल, समुंदर-फल, समुंदर फल, समुन्दरफल, समुन्दर-फल, समुन्दर फल, नदीकान्त, इंजर, इञ्जर,
| | एक सदाबहार वृक्ष जो बहुत बड़ा होता है तथा नदियों एवं समुद्रों के किनारे तथा तर भूमि में अधिकता से पाया जाता है:"ठेकेदार समुद्रफल को कटवाने के पक्ष में नहीं हैं" पर्याय: समुद्रफल, समुद्र-फल, समुद्र फल, समुंदरफल, समुंदर-फल, समुंदर फल, समुन्दरफल, समुन्दर-फल, समुन्दर फल, नदीकान्त, इंजर, इञ्जर,
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