संज्ञा
| / कवि ने इस कविता में शिवाजी की तुलना सिंह से की है" पर्याय: सिंह, बब्बर शेर, बबर शेर, शेर, केशी, केसरी, केशरी, हरि, केहरी, मयंद, हैदर, पशुनाथ, मृगारि, मृगाश, मृगाशन, मृगाधिप, मृगाधिराज, श्वेतपिंगल, द्विरदांतक, द्विरदान्तक, द्विरदाशन, नभाकांति, नभाकान्ति, लंकाल, पारिंद्र, पारिन्द्र, सटांक, नागान्तक, बहुबल, रक्तजिह्व, दीप्तपिंगल, मृगनाथ, मृगपति, शैलेय, हेमांग, महाविक्रम, महानाद, सटाल, विक्रांत, विक्रान्त,
| | / इस पेड़ की डाल पर बैठा पक्षी गरुड़ है" पर्याय: गरुड़, सर्पारि, अहिरिपु, खगकेतु, खगपति, शिलानीड़, तारख, रक्तपक्ष, श्वेतरोहित, विशालाक्ष, विशालक, नागवारिक, शौंगेय, नागान्तक,
| | नर मयूर या मोर:"मोर और मोरनी का जोड़ा चारा चुग रहा है" पर्याय: मोर, मयूर, कलापी, शिखंडी, शिखण्डी, केकी, नीलकंठ, नीलकण्ठ, मायूर, घनप्रिय, चंद्रकी, चन्द्रकी, अहिरिपु, बरहा, बरही, मयूक, शिखाधर, शिखाधार, शिखालु, शिखावर, शिखावल, शिखी, शिखाल, मेघानंद, मेघानन्द, राजसारस, बर्हिण, मेघसुहृद, चित्रपिच्छक, चित्रमेखल, केहा, नागवारिक, बर्ही, नागान्तक, कालकंठ, कालकण्ठ, शतपत्र, प्रपादिक, मरुक,
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