संज्ञा
| / कवि ने इस कविता में शिवाजी की तुलना सिंह से की है" पर्याय: सिंह, बब्बर शेर, बबर शेर, शेर, केशी, केसरी, केशरी, हरि, केहरी, मयंद, हैदर, पशुनाथ, मृगारि, मृगाश, मृगाशन, मृगाधिप, मृगाधिराज, श्वेतपिंगल, द्विरदांतक, द्विरदान्तक, द्विरदाशन, नभाकांति, नभाकान्ति, लंकाल, पारिंद्र, पारिन्द्र, सटांक, नागांतक, नागान्तक, बहुबल, रक्तजिह्व, दीप्तपिंगल, मृगनाथ, मृगपति, शैलेय, हेमांग, महाविक्रम, सटाल, विक्रांत, विक्रान्त,
| | पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है:"आकाश में काले-काले बादल छाये हुए हैं" पर्याय: बादल, मेघ, घन, अंबर, जलद, नीरद, जलधर, पयोधर, अम्बर, अंबुधर, अम्बुधर, उदधि, अंभोधर, अम्भोधर, मेघा, मेह, नाग, अंबुद, अम्बुद, वारिद, वारिधर, धाराधर, तड़िद्गर्भ, तड़ित्वान्, तड़ित्वत, तड़ित्पति, सेंचक, सेचक, पाथोधर, अब्द, धाराट, अब्र, अभ्र, नदनु, मतंग, दात्यूह, वर्षकर, भव, रैवत, पाथोद, पाथोदर, तोयद, तोयधर, तोयधार, मतंगज, तोयमुच, रजलवाह, वातध्वज, श्वेतनील, श्वेतमाल, वृष्णि, शारद, पयोद, पयोजन्मा, नभधुज, नभध्वज, नभश्चर, नभोगज, नभोद्वीप, नभोधूम, नभोध्वज, नभोदुह, मेचक, वर्षाबीज, सत्रि, अर्णोद, अर्बुद, ध्वसनि, जलवाह, जलमसि, वातरथ, शक्रवाहन, चातकनन्दन, चातकनंदन, अश्म, वलाहक, नीलभ, तोक्म, वर्षुकानंद, वर्षुकानन्द, वर्षुकांबुज, वर्षुकाम्बुज, धारावर, इंद्र, इन्द्र, धूमयोनि, विहंग, सुदामा, सुदाम, सुदामन,
| | एक शाकाहारी स्तनपायी चौपाया जो अपने स्थूल और विशाल आकार तथा सूँड़ के कारण सब जानवरों से विलक्षण होता है:"हाथी को गन्ना बहुत ही प्रिय है" पर्याय: हाथी, गज, हस्ति, हस्ती, कुंजर, मितंग, गज्जू, करि, नाग, गयंद, गयन्द, अनलपंखचार, फ़ील, फील, वारीट, पिंडपाद, पिण्डपाद, पिंडपाद्य, पिण्डपाद्य, विराणी, दीर्घमारुत, सूचिकाधर, सिंधुर, सिन्धुर, भसुंद, इभ, मतंग, महादंत, वीरमंगल, लतालक, मातंग, स्त्रीध्वज, मतंगज, पील, मत्तकीश, वृहदंग, वेदंड, वेदण्ड, पीलु, शुंडी, द्विप, द्विरद, द्विराप, द्विहन्, रेवाउतन, लंबकर्ण, लम्बकर्ण, सत्रि, करेणु, जलाकांक्ष, कुंजल, कुञ्जल, वरांगी, द्रुमारि, शुंडाल, शुण्डाल, अंतःस्वेद, अन्तःस्वेद,
| | एक ऊँचा चौपाया जो सवारी ओर बोझ लादने के काम आता है और अधिकतर रेगिस्तान में पाया जाता है:"ऊँट रेगिस्तान का जहाज़ माना जाता है" पर्याय: ऊँट, उष्ट्र, क्रमेलक, क्रमेल, कंटकाशन, कण्टकाशन, दासेर, दासेरक, महाग्रीव, वक्रगुल्फ, वक्रग्रीव, शुतुर, जांघिक, शिशुनामा, द्विककुद, लंबग्रीव, लम्बग्रीव, भूतघ्न, बहुकर, भूमिगम, महापृष्ठ, धूम्रशूल, धूम्रशूक, धूम्रक,
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