वैज्ञानिक चिन्तन-प्रक्रिया का नकार निगति का कारण बनता है क्योंकि वह परिवर्तनशीलता और विकास गति को नकारता है।
3.
आज एकाएक फिर सीखा कि प्यार की प्रक्रिया कभी स्थिर नहीं होती या तो वह विकसित होती चलती है या निगति की और बढती है.
4.
यह सच है कि उपनिवेशवाद की यह अवश्यंभावी निगति है कि उपनिविशित देश सदियों तक मानसिक रूप से दासता भोगता रहता है और मुक्त नहीं हो पाता है।
5.
दूसरी ओर मिथकीय पद्धति का नकार भी निगति का कारण बनता है क्योंकि उसकी परिणति कल्पना की और संवेदना की मृत्यु में होती है-मनुष्य एक यन्त्र में परिणत हो जाता है।
6.
(लोक-वीर-गाथा एक स्वल्पतर धारा के रूप में रह गयी) ; शुद्ध लौकिक काव्य केवल अभिजात वर्ग तक मर्यादित हो गया और शीघ्र ही उनके वर्ग की भाँति ही निगति की ओर उन्मुख हुआ।