ग्रिम के रॅपन्ज़ेल पर एक और प्रभाव था पेट्रोसिनेला या पार्स्ले, जो है जियामबत्तिस्ता बेसिल द्वारा लिखित 1634 के परि कथा संग्रह लो कुंटो डे ली कुंटी (कहानियों की कहानी) या “पेंटामेरोन”. इसमें एक ऐसी ही गर्भवती महिला एक नरभक्षक दैत्य के बगीचे से कुछ अजमोद खाने की इच्छा जताती है, पकड़ी जाती है, और नरभक्षक दैत्य को अपना बच्चा देने का वादा करती है.