नारद स्मृति के प्रकीर्णक में विविध अपराधों और परिशिष्ट में चौर्य एवं दिव्य परिणाम का निरू पण किया गया है।
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नारद स्मृति के प्रकीर्णक में विविध अपराधों और परिशिष्ट में चौर्य एवं दिव्य परिणाम का निरू पण किया गया है।
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इनके अतिरिक्त कुछ प्रकीर्णक पद “हींडोलाना पदो”, “भक्तिज्ञानानां पदो” “कृष्णजन्मसमेनां पदो”, “कृष्णजन्मबधाईनां पदो” तथा “वसंतनां पदो” नाम से संगृहीत मिलते हैं।