संज्ञा
| रूई,सन आदि को बटकर बनाई हुई लम्बी चीज़ जो विशेषकर बाँधने आदि के काम आती है:"गाँववालों ने चोर को रस्सी से बाँध दिया" पर्याय: रस्सी, जेवड़ी, डोरी, रज्जु, रसरी, जेवरी, दाँवरी, तंति, अभिधानी, लाव, रेसमान, दामरि, दामरी, वराट, वराटक, नीज,
| | / धीमी आँच पर दाल पक रही है" पर्याय: ज्वाला, लपट, अग्नि ज्वाला, अग्निशिखा, अग्नि-शिखा, शोला, लौ, लुक, लूका, दहक, धधक, कील, अर्चि, आँच, धंधार, धँधोर, अग्नि-जिह्वा, अलूला, झर, धाधि, भभूका,
| | ज्योति की वे अति सूक्ष्म रेखाएँ जो प्रवाह के रूप में सूर्य, चंद्र, दीपक आदि प्रज्वलित पदार्थों में से निकलकर फैलती हुई दिखाई देती हैं:"सूरज की पहली किरण से दिन की शुरुआत होती है" पर्याय: किरण, किरन, विभा, रश्मि, अंशु, मरीचि, मरिचिका, मयूख, ह्रद, केश, शिपि, रोचि, त्विषि, द्युत्, द्युति, धाम, गभस्ति, चरण, पौ,
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