किंतु दूसरे प्रकार की भाषाओंमें कई बलाघातहीन अक्षर दो बलाघातित अक्षरों के बीच में पड़कर प्रायः दब जातेहैं.
2.
ऐसे प्रबल अक्षर को ही बलाघातित अक्षर माना जाता है. पीछेहम दृढ़ीकृत वक्षस्पंदन को ही बलाघात स्पंदन कह चुके हैं (देखिए पृष्ठ-५८).
3.
बलाघातित अक्षरों में परस्पर समयगत दूरी एक है. अर्थात्समय का जो अन्तराल त्हिच्ह् और ट्रइन् के मध्य है, वही ट्रइन् और च्र्च्ते के मध्य है औरवही च्र्च्ते और फ्लेअसे के मध्य है.