| 1. | कवि रोजेटी (Rossetti) जैसे कहता है-
|
| 2. | रोजेटी की कुछ पंक्तियाँ मेरे भीतर गूँज रही हैं:
|
| 3. | चित्र रोजेटी का बनाया हुआ ‘
|
| 4. | और जिस दिन पहले-पहल रोजेटी की दो पंक्तियाँ उसने कहीं उद्धृत देखीं:
|
| 5. | कि शुरू विक्टोरियन युग में चले आए हैं, या कि क्रिस्टिना रोजेटी के जमाने में.
|
| 6. | बीएटा-बीएट्रिक्स ' यानी बोएट्रिक्स की समाधि, रोजेटी की स्त्री एक बार बेहोश हो गयी थी, उसी का चित्र उसने बनाया था।
|