इसका निर्माण चट्टानों के दो वर्ग दक्कन ट्रैप एवं लौहमय नीस और शिस्ट से हुआ है।
2.
हे विरहाग्नि में संतप्त होते हुए हृदय, यदि तुम लौहमय हो तो द्रवित क्यों नहीं होते।
3.
मैंने अपनी भूलों से ‘ अयस्मयान् बन्धपाशान् विचृत ' लौहमय बंधन, फौलादी बेड़ियाँ डाल ली हैं, तू अपना तीव्र प्रहार करके इनको छिन्न-भिन्न कर दे।
4.
अरे मेरे व्याकुल नयन! तुम कौन-सा दृश्य देख रहे हो? जीवनधन कहाँ हो? हे विरहाग्नि में संतप्त होते हुए हृदय, यदि तुम लौहमय हो तो द्रवित क्यों नहीं होते।
5.
गैर लौहमय धातुओं को चुम्बकीय चक्रवातीय प्रवाहों के बल से बाहर निकाल लिया जाता है जिससे एल्युमीनियम के पात्रों के चरों और घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र वैधुतिक तरंग उत्प्रेरित करते हैं, जो बदले में, पत्रों के भीतर चुम्बकीय चक्रावातीया तरंग पैदा करते हैं.
6.
गैर लौहमय धातुओं को चुम्बकीय चक्रवातीय प्रवाहों के बल से बाहर निकाल लिया जाता है जिससे एल्युमीनियम के पात्रों के चरों और घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र वैधुतिक तरंग उत्प्रेरित करते हैं, जो बदले में, पत्रों के भीतर चुम्बकीय चक्रावातीया तरंग पैदा करते हैं.