संज्ञा
| दुश्मन या शत्रु होने की अवस्था या भाव:"आपसी दुश्मनी को दूर करने में ही भलाई है" पर्याय: दुश्मनी, वैर, शत्रुता, वैमनस्य, द्वेष, विरोध, बैर, मनमोटाव, मनमुटाव, मन-मोटाव, मन-मुटाव, विद्वेष, अनबन, तनातनी, द्रोह, अदावत, रंजीदगी, रंजिश, वैमनस्यता, मनोमालिन्य, अप्रीति, बिगाड़, अभ्यागम, अमित्रता, वृत्रत्व, अरिता, अरित्व, रिपुता, आँट, आंट, आर, इख़्तिलाफ़, इख्तिलाफ, इतराजी, उड़ेंच, लाग-डाँट, लागडाँट, लाग-डांट, लागडांट, विद्विष, विद्वेषण, विद्वेषिता, निज़ाअ, निजाअ,
| | रूखा होने की अवस्था या भाव:"रक्षा ने आज मुझसे बड़ी ही रुखाई से बात की" पर्याय: रुखाई, रूखापन, रुक्षता, रुक्षत्व, रुखावट, रुखाहट,
| | रसयुक्त, रोचक या रुचिपूर्ण न होने की अवस्था या भाव:"उपन्यास की नीरसता के कारण मैंने उसे पूरा नहीं पढ़ा" पर्याय: नीरसता, ख़ुश्की, खुश्की, फीकापन, रसहीनता, अरसता, आरस्य,
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