संज्ञा
| दुश्मन या शत्रु होने की अवस्था या भाव:"आपसी दुश्मनी को दूर करने में ही भलाई है" पर्याय: दुश्मनी, वैर, शत्रुता, वैमनस्य, द्वेष, विरोध, बैर, मनमोटाव, मनमुटाव, मन-मोटाव, मन-मुटाव, विद्वेष, अनबन, तनातनी, द्रोह, अदावत, रंजीदगी, रंजिश, वैमनस्यता, अनरस, मनोमालिन्य, अप्रीति, बिगाड़, अभ्यागम, अमित्रता, वृत्रत्व, अरिता, अरित्व, रिपुता, आँट, आर, इख़्तिलाफ़, इख्तिलाफ, इतराजी, उड़ेंच, लाग-डाँट, लागडाँट, लाग-डांट, लागडांट, विद्विष, विद्वेषण, विद्वेषिता, निज़ाअ, निजाअ,
| | कपड़े के पल्ले में रुपया आदि लपेट कर लगाया हुआ बंधन:"दादी के संदूक की चाबी हमेशा उनकी गाँठ में रहती थी" पर्याय: गाँठ, गांठ, गिरह, अंठी, अँठली, आँठी, अंठली, आंठी,
| | कपड़े के पल्ले में रुपया आदि लपेट कर लगाया हुआ बंधन:"दादी के संदूक की चाबी हमेशा उनकी गाँठ में रहती थी" पर्याय: गाँठ, गांठ, गिरह, अंठी, अँठली, आँठी, अंठली, आंठी,
| | मूँज, खरपत आदि का बँधा हुआ गट्ठा:"किसान खेत से धान के पूले उठा रहा है" पर्याय: पूला, पूलक, मुट्ठा, आँटी, आंटी, अटिया, पुल्ला, आँट, कुंड, कुण्ड,
| | कुश्ती का एक पेंच:"पहलवान ने आँट देकर प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ दिया" पर्याय: आँट, आँटी, आंटी,
| | हथेली में तर्जनी से लेकर अँगूठे तक का भाग:"मेरी कलाई मेरे आँट में नहीं समाता है" पर्याय: आँट,
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