संज्ञा
| दुश्मन या शत्रु होने की अवस्था या भाव:"आपसी दुश्मनी को दूर करने में ही भलाई है" पर्याय: दुश्मनी, वैर, शत्रुता, वैमनस्य, द्वेष, विरोध, बैर, मनमोटाव, मनमुटाव, मन-मोटाव, मन-मुटाव, विद्वेष, अनबन, तनातनी, द्रोह, अदावत, रंजीदगी, रंजिश, वैमनस्यता, अनरस, मनोमालिन्य, अप्रीति, बिगाड़, अभ्यागम, अमित्रता, वृत्रत्व, अरिता, अरित्व, रिपुता, आँट, आंट, आर, इख़्तिलाफ़, इख्तिलाफ, इतराजी, उड़ेंच, लाग-डाँट, लागडाँट, लाग-डांट, लागडांट, विद्विष, विद्वेषण, विद्वेषिता, निज़ाअ,
| | किसी बात पर होने वाली कहा-सुनी या विवाद:"वह झगड़े का कारण जानना चाहता है" पर्याय: झगड़ा, कलह, विवाद, बखेड़ा, लड़ाई, लफड़ा, लड़ाई-झगड़ा, झगड़ा-लड़ाई, फसाद, फ़साद, ख़ुराफ़ात, खुराफात, झंझट, चकल्लस, फुतूर, फ़ुतूर, फतूर, फ़तूर, लडाई-भिड़ाई, भिड़ंत, भिड़न्त, टंटा, खटराग, झड़प, अड़प-झड़प, लोचा, रार, राड़, षट्राग, विग्रह, चकरबा, अनुशय, अपड़ाव, अभिग्रह, अभेरा, रैसा, रैहर, अरवाह, अवडेर, निज़ा, निजा, निज़ाअ, अवरेब, ईति,
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