| 1. | अब विषय चर्चा बल्कि कहिये विषयासक्त चर्चा....
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| 2. | अपने आंतरिक देवत्व को विषयासक्त लय पर थिरकने दें।
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| 3. | थोड़े विषयासक्त भी रहे होंगे ।
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| 4. | विषयासक्त, विवेक न होये, तर्क-वितर्क हीनता।
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| 5. | पाँच कर्मेन्द्रियों तथा पाँच प्राणों से युक्त विषयासक्त मनोमयकोश है।
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| 6. | लंका विषयासक्त जीवों की नगरी है।
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| 7. | इच्छाओं में तथा अपने श्रोणि से होकर कामुक तथा विषयासक्त
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| 8. | पश्चाताप 6. डर और रामनाम 7. विवाह-विषयासक्त प्रेम 8.
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| 9. | विषयासक्त लोग निद्रावस्था में रहते हैं और संयमी लोग जागृतावस्था में रहते हैं।
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| 10. | विषयासक्त मन बंधन के लिए है और निर्विषय मन मुक्त हो जाता है।
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