संज्ञा
| / दीपा को यह उपहार देने से पहले मैं आगा-पीछा कर रहा था" पर्याय: हिचक, झिझक, संकोच, हिचकिचाहट, अकधक, आगापीछा, आगा-पीछा, आगपीछ,
| | वह व्यवहार जिसमें विनय का भाव हो:"अधिकारी ने नम्रता दिखाई और हमारी बात ध्यान से सुनी" पर्याय: नम्रता, विनम्रता, नरमाई, नरमी, नर्मी, कोमलता, विनय, अनुनीति, अवनति, आजिज़ी, आजिजी, विनीति, व्रीड़न, व्रीडा,
| | वह मनोभाव जो स्वभावतः अथवा संकोच, दोष आदि के कारण दूसरों के सामने सिर उठाने या बोलने नहीं देता है:"लज्जा के मारे वह कुछ न बोल सकी" पर्याय: लज्जा, लाज, शर्म, शरम, शर्मिंदगी, शरमिंदगी, संकोच, सकुचाहट, झेंप, झेप, हया, लिहाज, लिहाज़, व्रीडा, ग़ैरत, गैरत, व्रीड़, व्रीड़न, मुरव्वत, मुरौवत, हिजाब, कानि, पत, मंदाक्ष, मन्दाक्ष, खिली, ह्री, ह्रीका, अवि, नटांतिका, नटान्तिका, आकुंठन, आकुण्ठन, आर,
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